“साथी”
श्री देबाशिस दाश्गुप्त
मेरा लेख “ASOLSD” -->(A Story
Of Latest Scientific Discovery) आप सबको आच्छा लागा एहि हामे
उत्साहित किया.।. मेरा पास ओनेक प्र्श्न आराहा > “किउ Mother
Particle नाम दिये ? किउ “L” नाम से लिखे ? किउ “Facebook” “Twitter”
“Blog” को चुने ?! इत्तादि।
..मै भि आप जैसे साधारन परिबार कि हु ..हर पल
काम काज पे ब्यस्त हु .। .
इसके वजुद भि पडाइ करना मेरा आद्त है ।।.. GOOGLE हि मेरा किताब, शिक्षक,।।, मेरा अनेक सोच- बिचार— भाबना को अर्थ या यन्त्र के अभाब से परिक्षा कर नेहि पाया ।।..सिर्फ सब
कि सहायता – सहयोगिता हि मेरा मुलधन.।।
एही स्थान पर खारे हो के सारे प्रश्न कि उत्तर देने कि
काबिल नेहि हु ।।
मेरा भाबना को बीश्व के पास
ब्यक्त करने कि इचछा था, किन्तु रास्ता नेहि था तब हि
मेरा खेयाल मे आपना “FACEBOOK, BLOG,,TWITTER” नाम आया l
फल कि बिचार करने कि मालिक भि
आप सब II लेकिन फेसबुक हामे रास्ता दिये — ब्लग दिया
मन्च और स्थान,,-- टुइटर— से मिला साहस और होसला।।.
आज एहि सब लिखने कि कारण –बिश्वमे मेरा माफिक समस्या मे हि अधिक
इन्सान है — उनके आन्दर भि प्रतिभा हैं,, उह दिल को छोटा ना
करके आपना प्रतिभा को प्रकाश करने कि योग्य रास्ता खोज सेखे ।।.
(श्री देबाशिस दाशगुप्त – भारत,, sree DEBASISH DASGUPTA-- INDIA)
[मेरां लेख -->(A
Story Of Latest Scientific Discovery) “ASOLSD”
फेसबुक <>
टुइटर <> ब्लग <> गुगल सार्च अथबा अन्य सब साइट पे भि
मिलेगा ]
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